देश के कई शहरों में कैस यानि कंडिशनल एक्सेस सिस्टम लागू हुए अरसा हो चुका है। इस दौरान टाटा स्काइ सरीखे डीटीएच ऑपरेटर्स ने विज्ञापन के जरिये मार्केट में काफी पकड़ बना ली है। ऐसे में दूरदर्शन डीटीएच सहित अन्य कोई डिश लगाने के लिए आपको अक्सर परेशान होना पड़ता है क्योंकि कोई संगठित क्षेत्र अभी तक इसे नहीं संभाल रहा है। या सीधी भाषा में कहें तो कोई कम्पनी दूरदर्शन की डिश लगवाने के लिए काम नहीं करती है। शायद यही वजह रही कि दूरदर्शन का डीटीएच ज्यादा बेहतर पिक्चर क्वालिटी (एच डी), ज्यादा अच्छे रिसेप्शन और ज्यादा संख्या में भारतीय रेडियो उपलब्ध होने के बावजूद ज्यादा फल-फूल नहीं सका। खैर.... जो भी हो, अभी भी सच यही है कि दूरदर्शन का ही एकमात्र डीटीएच है, जो कि पूरी तरह से फ्री-टु-एयर है, जिसे रीचार्ज कराने की कोई जरूरत नहीं है।
खैर हम बात कर रहे थे सैटेलाइट डिश खुद अलाइन करने की.... तो भई बात ये है कि किसी टीवी/रेडियो प्रोग्राम को पाने के लिए हमें अपनी डिश को किसी निश्चित सैटेलाइट (उपग्रह) से सिग्नल रिसीव (प्राप्त) करने के लिए अलाइन (सेट) करना होता है।
इस वेबसाइट पर आप लिस्ट देख सकते हैं आपके पसंदीदा चैनलस्स किस सैटेलाइट पर उपलब्ध हैं, किस डीटीएच सेवा पर उपलब्ध हैं, क्या वह FTA यानि फ्री-टु-एयर हैं या फिर पे-चैनल हैं।
आम तौर पर सैटेलाइट्स के बारे में आपको केवल इतना बताया जाता है कि वह सैटेलाइट भूमध्य रेखा से किस ओर स्थित है। जैसे कि दूरदर्शन डीटीएच वाला सैटेलाइट इनसैट 4बी 93.5 डिग्री पूर्व में स्थित है।
अब इस लिस्ट से आप यह तो जान सकते हैं कि आपका पसंदीदा चैनल कहां है, पर अब उसे देखने के लिए आपको कौनसा / कैसा / कितना बड़ा डिश लगाना है, आप देश के किस हिस्से में वह चैनल देख सकते हैं, और कहां नहीं, यह जानना भी जरूरी है। किसी सैटेलाइट द्वारा भेजे जा रहे टीवी / रेडियो सिग्नल पृथ्वी के जिस हिस्से पर देखे जा सकते हैं, इसे उसे सैटेलाइट के फुटप्रिंट कहते हैं। तो उस सैटेलाइट के फुटप्रिंट्स के बारे में और सिग्नल की तीव्रता के आधार पर डिश का साइज, इस वेबसाइट से पता किया जा सकता है।
इस दूसरी वेबसाइट पर फुटप्रिंट्स की जानकारी लेते समय आपको सिर्फ इतना करना है कि अपनी पसंदीदा सैटेलाइट चुनकर, दिये हुए नक्शे में अपनी लोकेशन (जहां डिश लगानी है, उस जगह) पर क्लिक करना है। आपके ऐसा करते ही आपकी सारी टेंशन खत्म। यह वेबसाइट आपको आपकी जगह के आधार पर आपको बताएगी कि आपके द्वारा सेट किये जाने वाले डिश की ऐजमुथ और एलिवेशन कितना होना चाहिए, सैटेलाइट से कितनी तीव्रता के सिग्नल मिल रहे हैं, और आपको इन सिग्नलों को पाने के लिए कम से कम कितनी बड़ी डिश लगाने की जरूरत है।
ऐसा भी हो सकता है कि आप किसी आदर्श स्थिति का चुनाव कर सकें, जिससे एक से अधिक सैटेलाइट्स के सिग्नल आपको मिल सकें, जैसे कि मैं इस समय दूररर्शन और डिश-टीवी के सिग्नल प्राप्त कर रहा हूं, और लगभग 90 के आसपास टीवी चैनल प्राप्त कर पा रहा हूं।