अक्सर विंडोज आधारित कम्प्यूटर पर काम करते समय हमें विंडोज की ट्वीकिंग करनी पड़ती है, जिसके लिए ज्यादातर रजिस्ट्री से छेड़छाड़ करनी पड़ती है। लेकिन अगर रजिस्ट्री में छेड़खानी करते हुए हमसे कोई गलती हो जाए तो ?
सबसे पहले ये जान लें कि ये रजिस्ट्री आखिर है क्या बला ? तो भई मोटे तौर पर ये जान लें कि रजिस्ट्री एक डाटाबेस है, जिसमें विंडोज के अलग-अलग हिस्सों और विंडोज पर इंस्टॉल किये गये अन्य (बाहरी) प्रोग्राम्स की विभिन्न सेटिंग्स स्टोर होती हैं। यानि इस डाटाबेस में विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की सेटिंग्स सेव होती हैं। हम अगर तुलना करें तो रजिस्ट्री की तुलना इंसान के डी एन ए से भी कर सकते हैं, जिसकी बदौलत इंसान के गुण तय होते हैं।
रजिस्ट्री को कैसे एक्सेस करें ? रजिस्ट्री को विंडोज में रजिस्ट्री एडिटर नामक प्रोग्राम के मार्फत एक्सेस किया जा सकता है। वैसे यह प्रोग्राम विंडोज का ही एक हिस्सा है, जिसे c:\windows\regedit.exe के द्वारा चलाया जा सकता है। इसके अलावा इसे Start--- Run-- (या ÿ के साथ R) के बाद कमांड बॉक्स में regedit लिखकर एंटर करके भी चलाया जा सकता है।
रजिस्ट्री का बैक-अप लेने के लिए रजिस्ट्री एडिटर खोलकर File – Export पर क्लिक करें और बैकअप फाइल को सेव करने के लिए कोई जगह चुनें, अपनी पसंद से कोई नाम रखें और एंटर कर दें। है न काफी आसान। लेकिन बेहद जरूरी है यह। रजिस्ट्री में किसी भी छेड़खानी से पहले रजिस्ट्री का बैकअप जरूर ले लिया करें, ऐसी आदत बना लें।
रजिस्ट्री को रीस्टोर करने के लिए सीधे ही उस बैक-अप फाइल पर डबल क्लिक करें, विंडोज आपसे पूछेगा कि क्या इस फाइल में सुरक्षित सेटिंग्स को विंडोज की रजिस्ट्री में जोड़ लिया जाये या नहीं, आप अगर रीस्टोर करना चाहें, तो Yes पर क्लिक कर दें, नहीं करना चाहें तो No पर ।