मित्रों हिंदी में काम करने के लिए अब से कुछ समय पहले तक कम्प्यूटर में कोई Proper तरीका नहीं था। अब जबकि Unicode आधारित फॉण्ट्स अस्तित्व में आए हैं, ये काम संभव हो सका है। मैं जानता हूँ कि आप सोच रहे होंगे कि हिंदी में तो पहले भी लिखा जा सकता था, यूनिकोड में क्या खास है । तो पिक्चर अभी बाकी है दोस्त ।
इसके अतिरिक्त, यदि आप विंडोज का 64 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोग कर रहे हैं तो एक टूल यहां क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
अब तक सच तो ये है कि हिंदी में कम्प्यूटिंग उपलब्ध ही नहीं थी । जिन्हें हम हिंदी फॉण्ट कहते थे वे सिर्फ टाइफेस थे, वास्तव में फॉण्ट्स नहीं एक तरह का जुगाड़ थे, जिसे हम काम में लिया करते थे। इसे समझ लें, बात अजीब लग सकती है । आपको याद है कि जब हम हिंदी में कोई काम करते थे तो हर जगह काम नहीं कर पाते थे । यानि कि किसी फाइल का नाम हिंदी में सेव नहीं कर पाते थे । किसी फॉर्म में हिंदी टाइप नहीं कर पाते थे । लेकिन अब यह संभव हो गया है।
खैर छोड़ो कल की बातें... आज की बात करते हैं और आगे बढते हैं ।
यूनिकोड एक ऐसी विधि है, जिसके द्वारा लिखा गया मैटर उसी भाषा में प्रदर्शित होगा, जिसमें और जिसमें प्रदर्शित होने के लिए उसे लिखा गया है । इसका कारण यह है कि यूनिकोड में प्रत्येक अक्षर के लिए एक यूनीक कोड का प्रयोग किया जाता है (यह तो आप जानते ही हैं कि कम्प्यूटर को अंकीय पद्धति के अलावा कुछ नहीं आता, यूनिकोड में हर अक्षर को अंकीय रूप में इस प्रकार एनकोड किया जाता है कि न तो एक ही अक्षर के लिए एक से अधिक कोड प्रयोग हो सकें, न ही एक कोड एक से अधिक अक्षरों के लिए प्रयोग हो सके, इससे पहले के सिस्टम्स में यह कमी थी) ।
अब इससे ज्यादा तो मैं यूनिकोड को एक्सप्लेन नहीं कर सकूंगा। आपके लिए गूगल देवता के आशीर्वाद से कुछेक काम की कडियॉं (लिंक्स) लाया हूँ, यदि आप इस विषय में अधिक जानना चाहें तो यहॉं क्लिक करें ।
खैर.. हम बात कर रहे थे यूनिकोड फॉण्ट्स के बारे में । आजकल लगभग सभी ऑपरेटिंग सिस्टम्स यूनिकोड को समर्थन देते हैं। फिर भी कभी कभी ठीक से इंस्टॉल न किये होने के कारण इसे इंस्टॉल किये जाने की जरूरत पड़ती है । फॉण्ट अगर आपके सिस्टम पर है तो आप यूनिकोड आधारित किसी भी फॉण्ट में लिखी गई कोई भी इबारत पढ़ सकेंगे । लेकिन अगर आप स्वयं अपनी भाषा में लिखना चाहते हैं, तो फिर इसके लिए आपको जरूरत होगी- आई. एम. ई. की ।
विंडोज में आजकल मंगल फॉण्ट जो कि यूनिकोड आधारित ट्रू टाइप फॉण्ट है, आता है; जिसे विंडोज की सीडी से आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता है, फिर भी किसी वजह से अगर आप सीडी से इसे इंस्टॉल नहीं कर पा रहे हैं तो भी परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि विंडोज आधारित कम्प्यूटर के लिए ऐसा एक टूल यहॉं से डाउनलोड किया जा सकता है, जिससे कि आप विंडोज एनवायर्नमेंट में हिंदी में लिख सकें, ध्यान रहे, यह टूल विंडोज एक्स पी के लिए है, विंडोज विस्टा और विंडोज 7 पर इस टूल के साथ काम करने में असुविधा होगी। इस टूल को मैंने काफी पहले किसी वेबसाइट से डाउनलोड किया था, किन्तु अब उसका अता-पता नहीं चल रहा है, सो मैंने इसे अपनी सुविधा के लिए नेट पर दुबारा डाल दिया था। क्या पता था कि यह टूल आपके भी काम आ सकेगा । विंडोज विस्टा या विंडोज 7 के लिए ऐसा एक टूल यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
खैर ये तो थी विंडोज की बात... अब बात करें लिनक्स के बारे में... तो भई हिंदी में काम करने के लिए यूनिकोड लिनक्स में भी सहायक है, इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप इन कडि़यों पर क्लिक करके अपने मतलब की चीजें छांट लें-
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यह पोस्ट मूलत: मेरे ही द्वारा एक अन्य वेब पते पर लिखी गई थी, और अब मेरे द्वारा केवल इसी पते पर हिंदी ब्लॉगिंग किये जाने का निर्णय लेने के कारण यह पोस्ट केवल यहां पर उपलब्ध है ।
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